विदेशी सुंदरी असामी, एक जापानी मालकिन, अपने एशियाई दास माया आसौ की कमान संभालती हुई, अपनी ऊँची एड़ी के जूते में सर्वोच्च शासन करती है। यह नारीवादी तमाशा असमी के प्रभुत्व को प्रदर्शित करता है, जिसमें माया उत्सुकता से महिला वर्चस्व की शक्ति का जश्न मनाते हुए उसके हर आदेश के प्रति समर्पित होती है।